लाइफस्टाइल डेस्क. हार्टफुलनेस मेडिटेशन अपने आंतरिक स्व(अंतरात्मा) से जुड़ने की स्वभाविक कला है। इसमें हृदय पर ध्यान करके शांति, स्थिरता और सरलता को सहज अनुभव किया जा सकता है।
ध्यान की प्रक्रिया
सूर्योदय के पूर्व उठें और ध्यान के लिए आरामदायक मुद्रा या सुखासन में बैठ जाएं। आंखें धीमे से बंद कर लें। हृदय में सरलता, पवित्रता एवं समर्पण के भाव के साथ महसूस करें कि आपके हृदय में दिव्य प्रकाश मौजूद है, जो आपका ध्यान अपनी ओर आकर्षित कर रहा है। आने जाने वाले विचारों पर ध्यान न दें।
सरलता से ध्यान करें
अक्सर ध्यान में अभ्यासी को इस समस्या का सामना करना पड़ता है कि विचार बहुत आते हैं। हार्टफुलनेस मेडिटेशन में दिव्य ऊर्जा का बहाव ‘प्राणाहूति’ साधक की ओर मोड़ा जाता है, जिससे अभ्यासी सरलता से ध्यान कर पाता है। इसके अनुभव के लिए इसे स्वयं करके देखें।
सेहत में ये फायदे
सरल भाव से किए गए ध्यान से तनाव कम होने लगता है। मन प्रसन्न रहने लगता है, जिससे जीवन में खुशी और सरलता का संचार होता है। इन सभी चीजों का स्वास्थ्य पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है। बीपी, शुगर, हृदयरोग, अनिद्रा, बेचैनी, घबराहट आदि समस्याओं का एक बड़ा कारण आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में होने वाले तनाव को कम करके बेहतर स्वास्थ्य की ओर कदम बढ़ाते हैं।